सीआईटीयू ने भी कमर कस ली है,सरक पर बिरोध प्रदर्शन जारी रखने के लिए मन बना लिया।पिछले कोई सालो से हरताल हुआ हैं देश मे और दूसरे श्रमिक संगठन से मिलके लड़ाई जारी रखा गया हैं। पिछले साल बंगाल में सीआईटीयू की सम्मेलन से रिच टू अनरिच की नारा दिया गया।असंगठित क्षेत्र में मजदूर बरी परेशान है जब जी चाहे नौकरी से निकाल देते हैं मालिक ने।कोई भी श्रम कानून लागू नही होती इस क्षेत्र में ।सीआईटीयू अब इस क्षेत्र में अपना पैर जमाने की कोशिश में।
गिग वर्कर को लेकर संगठन बनाने का मुहिम तेज किआ सीआईटीयू , जोमाटो,उबेर,ओला जैसे ऑनलाइन में काम करने कर्मचारी को जोड़ने का काम शुरू हुआ। इस क्षेत्र में पगार का कोई कीच ठीक नही रहता कोई भी कानून लागू नही होता।अब इस क्षेत्र में बहुत कर्मचारी जूट रही हैं सीआईटीयू में।
पूरी देश मे सीआईटीयू की मुहिम आई टी क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा हैं, बंगलोर , हैदराबद जैसा शहर में जुट रहे आई टी प्रोफेशनल यूनियन में।कुछ लड़ाई में सफल भी हो रहे हैं, जबरन निकले जाने के बाद भी लड़ाई के चलते बापस काम पे रखने का उदाहरण सामने आ रहे हैं।
राजनैतिक महोलो में चर्चा इसी तरह काम करने से सीआईटीयू जल्द ही देश मे अपना संगठन मजबूत कर लेंगे।देश मे मजदूर की भोरोशे मन्द संगठन के रूप में उभर के सामने आएंगे।